श्मसान घाट , बक्सर
श्मशान घाट(बक्सर) ---------------------------------- जिंदादिली एवं चपलता की व्याख्या करने वाले इस नगरी में ठहराव नाम का कोई शब्द भले नहीं किंतु शहर के छोर पर गंगा तट से लगा एक ऐसा परिक्षेत्र भी है जो ठहराव की महत्ता को सुस्पष्ट परिभाषित करता है। योनियों के सफर को रोक मिट्टी में खाक कर पूर्वजों से मिलाने वाला यह परिक्षेत्र मुक्तिधाम से नामित बक्सर का वो श्मशान घाट है जहां लपेटें कभी नहीं थमती हैं। महत्ता-- गंगा नदी के उत्तरायणी होने की वजह से बक्सर के इस मुक्तिधाम नामित श्मशान घाट की महत्ता बहुत बढ़ जाती है। इस श्मशान घाट की महत्ता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसकी तुलना बनारस के मणिकर्णिका घाट से भी लोग करते हैं।बक्सर के इस महाश्मशान घाट का नाम भी उन घाटों में शुमार है जहां कभी भी लपटें नहीं थमती, हाल तो यह होता है कि एक चिता को अग्नि देने के लिए दूसरी चिता के भी आग का इस्तेमाल किया जाता है। घाट पे स्थित मंदि...