बक्सर भ्रमण
कथकौली का मैदान (बक्सर युद्ध का मैदान) --------------------------------------------------------
इतिहास हमे हमारे अतीत को समझाता है और यह समझना तब और सरल होता है जब हम अपने ऐतिहासिक विरासत को संजोए रखें।
बात बक्सर के इतिहास की हो तो बक्सर की लड़ाई का जिक्र होना लाजमी है क्योंकि इस युद्ध ने अंग्रेजी हुकूमत को एक नया दशा और दिशा प्रदान किया था।
इतिहास--
बक्सर का युद्ध बंगाल के नवाब मीर कासिम,अवध के नवाब सुजाउद्दौला व मुग़ल शासक शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेना और ईस्ट इंडिया कम्पनी के मध्य लड़ा गया था। अक्टूबर,1764 में घटित हुए इस युद्ध में संयुक्त भारतीय सेना की पराजय हुई परिणामतः कंपनी को बंगाल,बिहार और उड़ीसा के दीवानी अधिकार प्रदान कर दिए गए।
लोकेशन--
पटना बक्सर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH84) के समीप स्थित ये कथकौली का मैदान अब लगभग लुप्त हो चुका है। हालांकि इतिहास के नाम पर वहाँ एक स्तंभ और कुछ शिलालेख देखने को मिल जाएंगे जिसको चारदीवारी से घेरा गया है। प्रशासन और आम जनमानस की उदासीनता के परिणामस्वरूप ये विरासत भी लोप होने के कगार पर है। उम्मीद है शीघ्र ही इसका कायाकल्प होगा जिससे यह पुनः पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन सकेगा।
कैसे पहुंचे--
बक्सर रेलवे स्टेशन से अगर आप आना चाहते हो तो आपको स्टेशन से गोलंबर की कई सवारी गाड़ीया मिल जाएगी। गोलंबर से कथकौली के मैदान के लिए कोई सवारी गाड़ी न चलने के वजह से आपको गोलंबर से किराए पर रिक्शा या ई रिक्शा लेना पड़ सकता है। बक्सर स्टेशन से इस मैदान की दूरी लगभग 5km है और गोलंबर से इसकी दूरी लगभग 2.5km है। यदि आप बलिया (यू.पी) के तरफ से आ रहे है तो आपको वीर कुवंर सिंह सेतु होते हुए पहले गोलंबर आना पड़ेगा और पुनः वहां से कथकौली का मैदान।
लेखन-- अभिजीत
तस्वीरें-- सूर्यप्रकाश
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